Wednesday, April 16, 2008

All About Those Eyes :)

He said:
Oho, really! Well, let me try to summarise what you just told me with a sher. Here goes:

तेरी आंखों की कशिश से एक पल को साँस थम गई,
तूने इशारा भी न किया और कत्ल-ऐ-आम हो गया

Howzzat?


I replied:
There's more to it. Try this:

चार लफ्ज़ बोलने का ये अंजाम हो गया
देखिये शायरों की शागिर्दी क्या इल्जाम हो गया

And,
माली से दोस्ती में मैं यूं बदनाम हो गया
काँटों के खीचे खून का भी चर्चा तमाम हो गया

But, I'll admit this...
एक घूँट में ही ग़म-ऐ-ज़िंदगी से आराम हो गया
क्या बताएं जनाब, ऐसा ही कल एक जाम हो गया

Too bad, though...
मेरे सजदे से मोहल्ले में कोहराम हो गया
उनकी इबादत करने की थी आरजू , अफ़सोस...कत्ल-ऐ-आम हो गया

:(